रुद्राक्ष धारण करने के बाद कुछ विशेष नियमों का पालन करना आवश्यक होता है ताकि इसके सकारात्मक प्रभावों का पूरा लाभ मिल सके। रुद्राक्ष को भगवान शिव का आशीर्वाद माना जाता है, इसलिए इसका पवित्रता और आदर के साथ धारण और देखभाल करना महत्वपूर्ण होता है। यहां कुछ प्रमुख नियम दिए जा रहे हैं जो रुद्राक्ष धारण करने के बाद पालन किए जाने चाहिए:
1. रुद्राक्ष को हमेशा साफ और पवित्र रखें
- रुद्राक्ष को धारण करने के बाद नियमित रूप से उसकी सफाई करें। इसे साफ और पवित्र रखने के लिए हल्के साबुन या गंगाजल का उपयोग करें।
- इसे हमेशा साफ कपड़े में लपेटकर या किसी सुरक्षित स्थान पर रखें जब आप इसे नहीं पहन रहे हों।
2. अशुद्ध स्थानों पर रुद्राक्ष धारण न करें
- रुद्राक्ष को शौचालय, बाथरूम या अन्य अशुद्ध स्थानों पर ले जाना अनुचित माना जाता है। इन स्थानों पर रुद्राक्ष धारण नहीं करना चाहिए।
- विशेष रूप से स्नान के समय या सोते समय इसे उतारकर साफ स्थान पर रखना चाहिए।
3. रुद्राक्ष को छूने से पहले हाथ धोएं
- रुद्राक्ष को छूने से पहले अपने हाथों को साफ कर लें। इसे छूने और पहनने के समय शरीर और मन को भी शुद्ध रखना चाहिए।
4. धार्मिक कार्यों में ध्यान रखें
- जब भी आप पूजा-पाठ, ध्यान या जप कर रहे हों, रुद्राक्ष धारण करना विशेष लाभकारी होता है। यह मानसिक शांति और ध्यान की गहराई को बढ़ाता है।
- रुद्राक्ष को भगवान शिव या किसी अन्य देवता के सामने पूजा के समय धारण करें ताकि इसका प्रभाव और अधिक हो सके।
5. शुद्धता का ध्यान रखें
- रुद्राक्ष धारण करने के बाद मांसाहार और मदिरा का सेवन करने से बचें। रुद्राक्ष पवित्र होता है, इसलिए इसकी पवित्रता बनाए रखने के लिए संयम और शुद्ध आहार का पालन करें।
- सप्ताह में कम से कम एक दिन व्रत रखने या ब्रह्मचर्य का पालन करने का प्रयास करें।
6. रुद्राक्ष को दूसरों को न छूने दें
- रुद्राक्ष एक व्यक्तिगत वस्तु है, इसलिए इसे दूसरों को छूने न दें। अगर कोई इसे गलती से छू ले, तो इसे गंगाजल से शुद्ध करें।
- इसे धारण करते समय मन को शुद्ध और सकारात्मक विचारों से भरें।
7. स्नान और सोने के समय उतार दें
- रुद्राक्ष को स्नान के समय उतार देना चाहिए, खासकर अगर आप साबुन या अन्य केमिकल का उपयोग कर रहे हैं। इससे रुद्राक्ष खराब हो सकता है।
- रात को सोते समय भी रुद्राक्ष को उतारकर साफ स्थान पर रखें, ताकि यह क्षतिग्रस्त न हो और इसकी शक्ति बनी रहे।
8. रुद्राक्ष की पूजा करें
- रुद्राक्ष को नियमित रूप से भगवान शिव की तरह पूजा करें। इसके लिए आप शिव मंत्रों का जाप कर सकते हैं जैसे “ॐ नमः शिवाय”।
- रुद्राक्ष को सोमवार के दिन विशेष रूप से धूप-दीप दिखाकर पूजना शुभ माना जाता है।
9. नियमित रूप से जप करें
- रुद्राक्ष धारण करते समय भगवान शिव के मंत्रों का जप करना अति लाभकारी होता है। रोज़ाना मंत्रों का जाप करने से इसका प्रभाव और भी शक्तिशाली हो जाता है।
- यह आपके जीवन में सकारात्मक ऊर्जा लाने और समस्याओं से छुटकारा पाने में मदद करता है।
10. रुद्राक्ष की माला की देखभाल
- अगर आप रुद्राक्ष माला पहन रहे हैं, तो उसकी नियमित रूप से जांच करें कि धागा टूटा न हो। इसे ताजे धागे में पिरोएं और इसका विशेष ध्यान रखें।
- माला को नियमित रूप से तेल से पवित्र करें ताकि रुद्राक्ष के दाने सुरक्षित रहें।
निष्कर्ष
रुद्राक्ष धारण करने के बाद उपरोक्त नियमों का पालन करना जरूरी है ताकि इसके सकारात्मक प्रभाव प्राप्त किए जा सकें। यह न केवल आपकी आध्यात्मिक उन्नति में मदद करता है, बल्कि आपके जीवन में शांति, संतुलन और सफलता भी लाता है।
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